नेपाली किरायेदार की चुट मारी

मेरा नाम सूरज है और मैं चम्पा का रहने वाला हूं। यहां मेरे मम्मी, पापा और मेरी बहन रहती हैं, जो मुझसे एक साल छोटी है। मेरी उम्र 20 साल है।

हमने अपने घर के नीचे के हिस्से को किराए पर दिया हुआ था। वहां तीन परिवार रहते हैं। एक परिवार में एक आदमी और दो नेपाली लड़कियां रहती हैं, जो बहुत सुंदर हैं। दूसरे परिवार में एक मियां-बीवी रहते हैं। उनकी तो बात ही मत पूछो—बूब्स मध्यम आकार के, लेकिन एकदम तने हुए, रंग गोरा। हमारे नीचे वाले बाथरूम के ऊपर छत नहीं है।

इसलिए मैं उनके गोरे-गोरे मलाई जैसे चूचों के दर्शन कई बार कर चुका हूं, लेकिन मेरी उनके साथ सेटिंग नहीं हो सकती थी। अब बात तीसरे परिवार की। उसमें 5 लोग हैं—आदमी, औरत और उनके 3 बच्चे। सिमी का रंग सांवला है, लेकिन फिगर का क्या कहना—चूचे एकदम तने हुए। ये तो थी जान-पहचान। अब आता हूं कहानी पर। सिमी कॉलेज में पढ़ती है। वो रोज शाम को छत पर कपड़े सुखाने आती है।

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एक दिन मेरी मम्मी ने कहा, “सिमी आई थी। वो बोल रही थी कि कंप्यूटर चलाना सीखना है।”

मैं तो मन ही मन खुश हो गया। वो शाम को 7 बजे कंप्यूटर सीखने के लिए आई। मैं उसे कंप्यूटर सिखाने लगा। वो मेरी दाईं ओर बैठी थी। इसके लिए मैं जानबूझकर कभी-कभी मौका देखकर उसके बूब्स से अपनी कोहनी लगा देता।

उसने कंप्यूटर पर लिख दिया—सूरज, आई लव यू।

मैंने उससे पूछा, तो उसने बताया कि सूरज उसकी क्लास में पढ़ता है।

मैंने उसे कहा, “इसके बारे में मैं तेरी मम्मी को बताऊंगा।”

वो मुझसे कहने लगी, “आपको इससे क्या मिलेगा? लेकिन मैं फंस जाऊंगी। मैंने तो गलती से लिख दिया। मैं अब सूरज से प्यार नहीं करती।”

फिर उसकी मम्मी ने बुलाया और वो चली गई। अगले दिन उसने छत पर जाते समय मेरे कमरे में एक पर्ची फेंक दी। उसमें लिखा था कि मैं उसकी मम्मी से शिकायत न करूं, और वो रात को कंप्यूटर सीखने आएगी। मैं शाम को उसका इंतजार करने लगा। वो 7 बजे आ गई।

वो मुझसे पूछने लगी, “क्या मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है?” मैंने जवाब दिया। फिर उसने मुझे हमारी गली की लड़कियों के बारे में बताया।

उसने कहा, “ना तो आप किसी से प्यार करते हैं और ना ही मैं।”

मुझे लगा कि उसका इशारा मेरी ओर था, तो मैंने भी उसे “आई लव यू” बोल दिया। उसने शर्माते हुए हां कर दी और इस तरह से हमारी प्रेम कहानी शुरू हो गई। जब भी वो छत पर जाने लगती, वो मुझसे मिलने आ जाती। कुछ दिनों बाद मैंने उसके गालों पर चुम्बन लिया। मेरी बहन एक साल से हॉस्टल में रहती थी।

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मम्मी-पापा का भी पुणे रिश्तेदारों से मिलने का विचार बन गया। मेरा कॉलेज शुरू होने वाला था, इसलिए मैंने जाने से मना कर दिया। वो दो हफ्ते के लिए जा रहे थे। सिमी और उसका परिवार रोज रात को सोने के लिए छत पर आते थे। मैंने सिमी को बोल दिया कि मुझे रात में मिलने की जगह मिल गई।

वो रात के करीब सवा एक बजे मुझसे मिलने आ गई। मैंने उसे अंदर बुलाकर दरवाजा बंद कर लिया। मैं उसके गालों पर चुम्बन करने लगा और फिर उसे चूमने लगा। उसने अपनी आंखें बंद कर लीं। मैंने उसकी छाती पर हाथ फिराया, तो उसने मुझे ऐसा करने से रोका।

लेकिन मैं उसे समझाते हुए उसके चूचे दबाने लगा और वो गर्म होने लगी। उसने मुझे जोर-जोर से पकड़ लिया। मैंने उसका कमीज़ उतार दिया, पर वो शर्मा रही थी और अपने हाथों से खुद को छुपा रही थी। मैंने उसके हाथ फैलाए और उसे अपनी बाहों में समा लिया।

फिर मैंने उसकी पजामी, ब्रा और चड्डी भी उतार दी। मैं खुद तो सिर्फ निक्कर में था। मैंने उसे मेरी निक्कर उतारने के लिए कहा। पहले तो उसने मना किया, लेकिन मेरे कहने पर उसने उतार दी। फिर मैंने उसे बिस्तर पर लिटाकर चूमना शुरू कर दिया। वो मदहोश हो रही थी। चूमते हुए उसने मुझे जोर से पकड़ लिया और उसकी चूत से पानी बहने लगा।

मैं उसका पूरा शरीर चूमने लगा। वो कहने लगी, “प्लीज मेरी प्यास बुझा दो।” उसने मुझे बताया कि वो इससे पहले कभी किसी लड़के के इतना करीब नहीं आई थी। इस पर मुझे तब यकीन आया जब मैंने अपना 7 इंच का लंड उसकी कसी हुई चूत में डाला और उसकी चीख निकल गई। मैंने अपनी रफ्तार कम की और उसे चूमने लगा, जिससे वो थोड़ी शांत हुई। इसके बाद मैंने अपनी गति बढ़ा दी और उसे भी मजा आने लगा। वो चूत उठा-उठाकर मेरा लंड अपनी चूत की गहराई तक ले जाने लगी।

जब उसकी चूत की दीवारें मेरे लंड को दबा रही थीं, तो मुझे बहुत मजा आ रहा था। अगले 15 मिनट में वो 2 बार अपना काम-रस छोड़ चुकी थी। अब मेरी बारी थी। मैंने उसे कहा कि मैं झड़ने वाला हूं। वो बोली कि वो प्रेग्नेंट नहीं होना चाहती। तो मैंने अपना लंड निकालकर उसके मुंह पर अपना माल छोड़ दिया। इसके बाद मैंने 2 बार उसकी चूत और गांड भी मारी। ये मेरी जिंदगी का पहला सेक्स अनुभव था। अब हमें जब भी मौका मिलता है, हम सेक्स जरूर करते हैं।

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