मेरा नाम सक्षम है। मेरी उम्र 22 साल है। ये बात तब की है जब मैं 20 साल का था। मैंने एक नया इंस्टिट्यूट जॉइन किया था। मेरी टीचर एक महिला थीं, जिनकी उम्र 25 साल होगी। वो दिखने में बहुत सेक्सी थीं। उनके चुचे बड़े-बड़े थे, पतली कमर और बड़ी सी गांड थी, जिसे देखकर क्लास के सारे लड़के पागल हो जाते थे।
क्लास के पहले दिन से ही मैं मैम को चोदने के सपने देखने लगा। मेरी क्लास का समय शाम को 5-6 बजे था। मैं डेली क्लास जाता था, एक दिन भी मिस नहीं करता था। मैं पढ़ने में भी अच्छा हूं, इसलिए मैम के पसंदीदा बच्चों में से एक था। एक दिन बारिश हो रही थी।
फिर भी मैम की एक झलक पाने के चक्कर में मैं क्लास गया। वहां कोई और बच्चा नहीं आया था। मैम ने मुझे देखा और हंसकर बोलीं, “क्या सक्षम, घर पर मन नहीं लग रहा था क्या?” मैंने कहा, “मैम, आपका दीदार करने आ गया,” और हंसने लगा। मैम भी हंसने लगीं। मेरे दिल में कुछ उम्मीद जगी।
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फिर मैम ने कहा, “चलो, किताब निकालो, पढ़ाती हूं।” मैंने कहा, “मैम, कोई आया तो है नहीं, तो आज रहने दीजिए।” मैम ने कहा, “चलो, ठीक है, तुम रिवाइज करो।” मैंने कहा, “मैम, आज कुछ बातें करते हैं।” मैम ने पूछा, “क्या बातें?” मैंने कहा, “कुछ भी।” मैम ने कहा, “चलो, ठीक है, मैं भी आज बोर हो रही हूं।” “रातों की रूमानी दुनिया — SexStoryHub के संग!”
“ये बताओ, तुम्हारे परिवार में कौन-कौन है?” मैंने बताया, “मम्मी, पापा, बहन।” फिर मैंने पूछा, “और आपके घर में कौन-कौन है?” मैम ने बताया, “पापा, मम्मी, मैं। बस। यहां किराए पर रहती हूं, बाकी सब गांव में रहते हैं।” बातों-बातों में मैंने मैम से कहा, “मैम, मैं घर पर अभ्यास करता हूं, तो कभी-कभी कोई चीज भूल जाता हूं, तो प्रॉब्लम होती है। क्या आप मेरी कुछ मदद कर सकती हैं?” मैम ने पूछा, “कैसी मदद?” मैंने कहा, “सॉफ्टवेयर के बारे में।”
मैम ने पूछा, “कैसे?” मैंने कहा, “अगर आप बुरा न मानें या आपको कोई दिक्कत न हो, तो अपना नंबर मुझे दीजिए। मैं अपनी प्रॉब्लम पूछ लूंगा।” मैम ने कुछ देर सोचा, फिर बोलीं, “ओके, लेकिन किसी और को मत देना, और इस बात के बारे में किसी को कुछ मत बताना।” मैंने ओके कहा। मैं तो बहुत खुश हुआ। फिर बारिश बंद हो गई और मैं घर वापस आ गया।
कुछ दिनों बाद रविवार को शाम 7 बजे मैंने कॉल किया। मैम ने पूछा, “कौन?” मैंने बताया, “सक्षम।” मैम ने कहा, “हां, बताओ, आरएसवीपी?” मैंने एक फर्जी क्वेरी बना ली। फिर रोज शाम को किसी न किसी बहाने कॉल करने लगा। रात में मैम के सुनहरे जिस्म को सोचकर लंड हिलाता।
फिर मैं मैम को चुटकुले भेजने लगा। मैम भी मैसेज भेजने लगीं। एक दिन रात 11 बजे मैंने एक एडल्ट जोक भेजा। मैम का तुरंत रिप्लाई आया, “ये क्या भेजा है?” मैंने सॉरी कहा। मैम ने कहा, “कोई बात नहीं, तुम भेज सकते हो, लेकिन किसी को ये पता नहीं चलना चाहिए।”
फिर मैम ने भी एक एडल्ट जोक भेजा। अब हम लंड-चूत वाले सेक्सी जोक भी भेजने लगे। एक रात मैसेज पर मैंने लिखा, “मैम, मन कर रहा है।” मैम ने पूछा, “कैसा मन?” मैंने लिखा, “सेक्स का।” मैम ने कहा, “तो फिर हाथ से करो।” मैंने पूछा, “क्या?” मैम बोलीं, “यार, हस्तमैथुन।”
मैंने कहा, “आपका मन करता है, तो आप भी करती होंगी?” मैम बोलीं, “हां।” मैंने पूछा, “क्या?” वो बोलीं, “फिंगर से।” मैंने कहा, “ओह, तो अभी करो।” वो मना करने लगीं, पर थोड़ी देर बाद मान गईं और उंगली करने लगीं। “आह आह उम्म्म” करने लगीं। मैं भी गर्म होकर लंड हिलाने लगा। थोड़ी देर बाद दोनों झड़ गए।
अब रात को मेरी और मैम की सेक्स चैट होने लगी। मैम की मीठी आवाज में सिसकारियां सुनने का मजा ही कुछ और था। एक रात मैंने मैम से कहा, “मैम, आपके साथ रियल में चुदाई करना चाहता हूं।” मैम ने मना कर दिया, लेकिन मेरे जिद करने पर हां बोल दिया और कहा, “कल सुबह 11 बजे मेरे रूम पर आ जाना। मैं छुट्टी ले लूंगी।” मैंने ओके बोलकर सो गया।
सुबह जल्दी उठकर मैं तरोताजा हुआ और अपनी झांटें बना लीं। ठीक 11 बजे मैम के कमरे की घंटी बजाई। मैम ने दरवाजा खोला। क्या कयामत लग रही थीं मैम! मैम ने एक टाइट सफेद रंग का टॉप और ब्लैक कैपरी पहना था। उन्हें देखते ही मेरा लंड पैंट में खड़ा होकर बाहर आने की कोशिश करने लगा।
मैम ने मुझे अंदर बुलाया और चाय बनाई। हमने चाय पी। मैंने आज तक मैम से सामने से कभी ऐसी-वैसी बात नहीं की थी। बस मैसेज पर किया था, तो मैं शर्मा रहा था। ये देखकर मैम ने खुद कहा, “शरमाओगे या कुछ करोगे?” मैं कुछ नहीं बोला। मैम मेरे पास आकर बैठ गईं और अपने गुलाबी होंठ मेरे होंठों पर रख दिए और कसकर चूमने लगीं।
उनका एक हाथ मेरे गले के पीछे था और दूसरे से मेरा लंड पैंट के ऊपर से पकड़ लिया। मसलते हुए बोलीं, “बहुत बड़ा लंड है तेरा।” मैम की ऐसी बात सुनकर रहा नहीं गया और मैं भी मैम को पकड़कर फ्रेंच किस करने लगा। मैंने मैम के मुंह में अपनी जीभ डाल दी और एक हाथ से मैम की नुकीली और मुलायम चूचियों को मसलने लगा।
मैम के मुंह से “आह आह” की आवाज आने लगी। फिर मैम ने मुझे खड़ा किया और मेरे सारे कपड़े उतार दिए। मैं एकदम नंगा मैम के सामने खड़ा था और मेरा लंड उनके मुंह के सामने खड़ा था। मैम ने उसे मुंह में ले लिया और चूसने लगीं। मैं “आह आह” करने लगा और 5 मिनट में झड़ गया।
फिर मैंने मैम का टॉप उतारा। उनका गोरा जिस्म और उसमें गुलाबी ब्रा कयामत ढा रही थी। मैंने ब्रा के ऊपर से ही चूची को दबा दिया और चाटने लगा। फिर मैम ने खुद ब्रा का हुक खोल दिया। ओह, क्या गजब के बूब्स थे। मजा आ गया। एक हाथ में एक बूब आना मुश्किल था। मैं उन्हें चूसने लगा। वो पागल हो गईं और बोलने लगीं, “ऊह, जल्दी चोदो मुझे।”
मैंने उन्हें और तड़पाने के लिए उनकी नाभि को चाटने लगा। वो “आह आह उम्म्म ओह” कर रही थीं। फिर मैं उनकी नाभि में जीभ डालने लगा। उन्होंने जल्दी से अपनी कैपरी और गुलाबी पैंटी उतार दी और बोलीं, “चोद दो, फाड़ दो मेरी चूत को।” उनकी चूत एकदम चिकनी थी, एक भी बाल नहीं था। मैंने एक उंगली उनकी चूत में डाल दी और आगे-पीछे करने लगा। फिर 2, फिर 3 उंगलियां डाल दीं। वो चिल्लाने लगीं, “आह आह, फक मी सक्षम, प्लीज फक मी।”
मैंने चूत में जीभ डाल दी और चाटने लगा। वो झड़ गईं। मैंने उनका सारा पानी पी लिया। फिर मैम को बिस्तर के किनारे लिटाया और पूरा लंड एक झटके में अंदर डाल दिया। मैम की चूत चिर गई और वो “आआह” चिल्लाने लगीं। मैंने चिल्लाने की कोई परवाह नहीं की।
मैं जोर-जोर से धक्के मारता रहा और वो “ऊह आह उम्म्म उह” करती रहीं। फिर मैंने उन्हें कुतिया बनाया और उनकी चूत में पीछे से लंड डाला और चोदने लगा। अब तक वो 3 बार झड़ चुकी थीं। मैं कैसे-कैसे धक्के मारने लगा और चूची भी दबा रहा था। वो फिर चिल्लाने लगीं और हम दोनों साथ में झड़ गए। वैसे ही लेते रहे। टाइम देखा तो 3 बज चुके थे।
फिर मेरे लंड देवता जाग गए और चूत रानी की सेवा करने लगे। 5 बजे तक हम चुदाई करते रहे। मैम की चूत पाव रोटी बन गई। मैम बोलीं, “मैं बहुत बार चुदी हूं, लेकिन ऐसी चुदाई कभी नहीं हुई।